नेशनल डेस्क। राजधानी रायपुर समेत देशभर में आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव मनाया जा रहा है। भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण की अष्टमी तिथि को हुआ था, भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य मध्य रात्रि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था, इसलिए हर साल देशभर में इस तिथि पर धूमधूम से कन्हैया का जन्मोत्सव मनाया जाता है। जन्माष्टमी के उत्सव पर भगवान के अलग-अलग स्वरूपों जैसे शालिग्राम, लड्डू गोपाल और राधा-कृष्ण स्वरूप की विधिवत पूजा की जाती है। इस दिन भक्त निर्जला उपवास रखते हैं, फिर रात्रिकाल के शुभ मुहूर्त में खीरे से कान्हा का जन्म कराते हैं, उन्हें पंचामृत से स्नान कराते हैं और सुख-समृद्धि की प्रार्थना करते हैं।
जन्माष्टमी पूजा का मुहूर्त
16 अगस्त को रात्रिकाल में लड्डू गोपाल की पूजा का शुभ मुहूत 12: 04 मिनट से रात 12 :47 मिनट तक रहेगा।
मंदिरो में विशेष पूजा-अर्चना व सांस्कृतिक कार्यक्रम
रायपुर में जन्माष्टमी पर टाटीबंध स्थित इस्कॉन मंदिर में 3 दिवसीय महोत्सव मनाया जा रहा है। मंदिर को सजाने के लिए वृंदावन, मुंबई और कोलकाता से फूल और आभूषण मंगवाए गए हैं। वही सिटी-कोतवाली के मंदिर में रात 12 बजे लड्डू गोपाल जी का जन्म होगा व इस मंदिर में 1100 किलो मालपुआ भगवान कृष्ण को भोग लगाया जाएगा। वही समता कॉलोनी स्थित श्री राधाकृष्ण मंदिर में सुबह दुग्धाभिषेक से अनुष्ठान की शुरुआत होगी। आयोजन की तैयारी के लिए समितियां बनाई गई हैं और बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेंगे।