रायपुर। त्योहारी रोशनी के बीच रायपुर शहर में मंगलवार रात एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के अंतर्गत भाठागांव बीएसयूपी कॉलोनी में रहने वाले 28 वर्षीय ताहिर हुसैन की उसके परिचितों ने घर के सामने ही हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि हत्या की वजह मात्र 100 रुपये का जुए के पैसे को लेकर हुआ विवाद था। इस घटना ने इलाके के लोगों को दहशत में डाल दिया है।
मृतक ताहिर हुसैन पेशे से चिकन दुकान में काम करता था और परिवार के साथ बीएसयूपी कॉलोनी में रहता था। पुलिस के अनुसार, रविवार की रात ताहिर अपने परिचित सूरज यादव और मदन यादव के साथ जुआ खेल रहा था। इसी दौरान 100 रुपये को लेकर तीनों के बीच कहासुनी हो गई। विवाद बढ़ने पर आसपास के लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया था, लेकिन दोनों आरोपी इस बात को मन में रखे हुए थे।
मंगलवार देर रात सूरज यादव और मदन यादव ताहिर के घर पहुंचे। बताया जा रहा है कि दोनों ने पहले ताहिर को गालियां दीं और फिर उस पर हमला कर दिया। ताहिर की पत्नी और परिजन बीच-बचाव करने पहुंचे तो आरोपियों ने उन्हें भी धमकाया। इसके बाद मदन यादव ने अपने साथ लाई कैंची से ताहिर के सीने पर वार कर दिया। गंभीर रूप से घायल ताहिर जमीन पर गिर पड़ा। परिवार वाले उसे आनन-फानन में नजदीकी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही पुरानी बस्ती थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों आरोपियों — सूरज यादव और मदन यादव — को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में हत्या की वजह पैसे का मामूली विवाद ही सामने आई है। फिलहाल पुलिस ने मामले में हत्या का अपराध दर्ज कर लिया है और आरोपियों को कोर्ट में पेश करने की तैयारी की जा रही है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि त्योहारों के दौरान इलाके में अक्सर जुए की फड़ें लग जाती हैं, जिससे झगड़े और विवाद की घटनाएं बढ़ जाती हैं। पुलिस प्रशासन से लोगों ने ऐसे अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की है।
इस वारदात ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर छोटी-छोटी बातों पर लोग हिंसा का रास्ता क्यों अपना रहे हैं। ताहिर की मौत ने उसके परिवार को तोड़कर रख दिया है, जबकि कॉलोनी के लोग अब भी दहशत में हैं।
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों को जल्द ही न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा दिलाई जाएगी और इलाके में गश्त बढ़ाई जाएगी ताकि त्योहारों के दौरान इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

