छत्तीसगढ़ में चक्रवात ‘मोन्था’ का असर: 27 जिलों में भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी

रायपुर।  अरब सागर में बने चक्रवात ‘मोन्था’ का असर अब छत्तीसगढ़ में स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा है। प्रदेश के उत्तरी इलाकों में सुबह से ही बारिश और तेज हवाओं का दौर जारी है। विशेष रूप से सरगुजा संभाग में तीन दिनों तक लगातार बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 10 जिलों में ऑरेंज अलर्ट और 17 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कई जगहों पर गरज-चमक के साथ भारी वर्षा और तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है।

सुबह से सरगुजा में बारिश, रायपुर में तेज हवाएं चलीं

बुधवार सुबह से ही सरगुजा, अंबिकापुर और आसपास के क्षेत्रों में झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया। वहीं रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर जैसे मैदानी जिलों में सुबह तेज हवाएं चलीं। मौसम में अचानक आए इस बदलाव के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। बीते 24 घंटों में प्रदेश का अधिकतम तापमान 30.2°C (दुर्ग) और न्यूनतम तापमान 19.2°C (पेंड्रा) रिकॉर्ड किया गया।मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि अगले 48 घंटे राज्य के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश, बिजली गिरने और तेज हवाओं की संभावना बनी रहेगी।

10 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, 17 जिलों में यलो अलर्ट

मौसम विभाग के मुताबिक निम्नलिखित जिलों में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है —
बीजापुर, नारायणपुर, कांकेर, बालोद, दुर्ग, राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, कबीरधाम और मुंगेली।
इन जिलों में अगले 24 घंटे के भीतर भारी बारिश और आंधी-तूफान की संभावना है।

वहीं, यलो अलर्ट जिन जिलों के लिए जारी किया गया है, उनमें शामिल हैं —

रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, सक्ती, सारंगढ़-बिलाईगढ़, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बलौदा बाजार, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद, कोंडागांव, बस्तर, दंतेवाड़ा और सुकमा।
यहां बिजली गिरने, गरज-चमक और मध्यम बारिश की चेतावनी दी गई है।

बस्तर में 50–60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं

मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, बस्तर संभाग में चक्रवात ‘मोन्था’ का सबसे ज्यादा असर देखने को मिलेगा। यहां 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। विशेष रूप से बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर और कांकेर जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।वहीं 30 अक्टूबर को बिलासपुर और सरगुजा संभाग के कुछ जिलों में भी भारी वर्षा होने की आशंका है। मौसम विभाग ने रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग के जिलों में भी तेज हवा चलने की चेतावनी दी है।

धान की फसल पर संकट, किसानों की बढ़ी चिंता

इस बेमौसम बारिश से धान की फसल पर खतरा मंडरा रहा है। खेतों में कटाई का दौर शुरू हो चुका है, ऐसे में भारी वर्षा और तेज हवाएं फसल को नुकसान पहुंचा सकती हैं। कई जगहों पर धान की बालियां गिरने और कटे हुए फसल के भीगने की आशंका जताई जा रही है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे कटाई और मड़ाई के कार्य स्थगित करें और धान को सुरक्षित स्थान पर रखे ताकि नुकसान से बचा जा सके।

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