छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है। गरीबों को सस्ती और बेहतर इलाज सुविधा देने के लिए शुरू की गई आयुष्मान कार्ड योजना का निजी अस्पताल वाले इस योजना का दुरुपयोग कर रहे हैं। इलाज की राशि योजना से वसूलने के बावजूद मरीजों से नकद और चेक के माध्यम से अतिरिक्त पैसे लिए जा रहे हैं। अतिरिक्त राशि की वजह दवाएं और बेड सुविधा बताई जाती है, जबकि योजना नियमों के अनुसार मरीज से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए। 2025 में अब तक 50 से ज्यादा शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिनमें 90% मामलों में अस्पतालों को नोटिस जारी हुआ है। कुछ अस्पतालों को दो से तीन बार नोटिस मिला, लेकिन किसी भी अस्पताल में योजना की सुविधा बन्द नहीं की गई। छत्तीसगढ़ में हजार करोड़ से ज्यादा का भुगतान योजना के तहत हो चुका है, फिर भी अस्पताल मरीजों से जबरन पैसा वसूल रहे हैं। जो मरीज नकद देने को मना करते हैं, उन्हें भर्ती नहीं किया जा रहा। यह स्थिति जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल खड़े करती है। पिछले 2-3 वर्षों में 200 से अधिक अस्पतालों को लापरवाही के चलते नोटिस दिए जा चुके हैं। रायपुर जिले के 7 निजी अस्पतालों में योजना संचालन में गड़बड़ी पाई गई है।

