रायपुर। समर्थन मूल्य पर मुख्यमंत्री धान आंदोलन व्यवस्था को पूरी तरह से सीमित, व्यापारियों और किसान हितैषियों को बनाए रखने के लिए कहा गया है कि अतिक्रमण करने का निर्देश दिया गया है। जिसके तहत बालोद के तहत ज्योतिषी इलेक्ट्रानिक मिश्रा ने आज डौंडीलोहरा एवं डौंडी विकासखंड के विभिन्न धान एलेगेट का परीक्षण कर आकलन के आधार पर मूल्यांकन किया।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने डौंडीलोहारा विकासखंड के गंजी तथा डौंडी विकासखंड के चिखलाकसा, कोटागांव, भर्रीटोला एवं घोटिया धान समूह में उपलब्ध इलेक्ट्रॉनिक्स का सूक्ष्म संबंध स्थापित किया। उन्होंने अब तक कुल धान की मात्रा, ग्रामवार औसत निर्माण, रकबा के दान की स्थिति और पंजाबी संधारण के विस्तार की समीक्षा की है।




निर्धारित मात्रा से अधिक धान मिलने पर की गई अनुक्रम गणना
डौंडी विकासखंड स्थित धान केंद्र चिखलाकसा के निरीक्षण के दौरान कलेक्टरों ने धान बोरों के तौलिये पर कब्जा कर लिया। इस दौरान चार अलग-अलग बोरों में धान की मात्रा निर्धारित मानक 40 किलो 680 ग्राम से अधिक, लगभग 41 किलो पाई गई। इस गंभीर संस्था पर डॉक्टर असिस्टेंट मिश्रा ने गहरी नियुक्ति करते हुए समिति एवं प्रबंधक कर्मचारियों को सीक्वल लॉन्च किया और समिति प्रबंधक भगवान सिंह ठाकुर को सूचित अधिसूचना जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि धान समोच्च प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की भूमिका या पात्र का खुलासा नहीं किया जाएगा।
रकबा दान और दस्तावेज़ पर विशेष ज़ोर
धान के दौरान केन्द्र गंजी के निरीक्षण के रजिस्ट्रार ने रिकॉर्ड की स्थिति की जानकारी ली, एक टोकन वाले किसानों के साथ-साथ 02 एकड़ से अधिक एवं 10 टुकड़े से अधिक रकबा वाले किसानों की संख्या की भी समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने धान बेचने के बाद किसान दीपक यमले से चर्चा कर उन्हें धान की बिक्री के बाद शेष रकबे का अनिवार्य रूप से दान करने की समझाइश दी। किसान घर द्वारा शेष लगभग 130 राजकीय धाना रखे जाने की जानकारी पर रजिस्ट्रार ने ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, पटवारी एवं संबंधित अधिकारियों की संयुक्त टीम को किसान के घर नमूना भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिए।
गुणवत्ता और वैज्ञानिक जांच पर भी संकेत दिया गया
निरीक्षण के दौरान डॉक्टर डॉ. मिश्रा ने अलग-अलग किसानों द्वारा धान की बिक्री के लिए आवश्यक निर्देश दिए, ताकि धान के सामान और मापक यंत्रों की जांच की जा सके। उन्होंने किसानों को केवल साफा-सुथरा एवं गुणवत्तायुक्त धान ही बिक्री की योजना की समझ दी।
बंदीगृह अधिकारी एवं पर्यवेक्षक समितियों को आवश्यक निर्देश
धान समग्र केन्द्र चिखलाकसा में कलेक्टर ने नामांकित अधिकारी, समिति प्रबंधक एवं पर्यवेक्षण समिति के सदस्यों से मित्रता की जानकारी ली। उन्होंने कलाकारों की संख्या की समीक्षा की और निर्देश जारी किए कि अब तक प्रदर्शन करने वाले किसानों की संख्या की समीक्षा और निर्देश दिए गए हैं कि शोधकर्ता अधिकारी और पर्यवेक्षण समिति के सदस्य प्रतिदिन अनिवार्य रूप से समूह केंद्र में शामिल हों और धान अभ्यास कार्य को अंतिम रूप से जारी करें।
उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि डबल टोकन की स्थिति में रकबा सत्यापन के बाद ही धान समस्या की जाये। साथ ही अब तक धान में असमानता करने वाले किसानों की संख्या, कुल मात्रा मात्रा और पिछले वर्ष की औसत संख्या से तुलना की भी जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान डॉ. डॉ. मिश्रा ने बैठक में उपस्थित किसानों से बातचीत कर आश्रम के संबंध में फर्म लिया और धान की बिक्री के बाद शेष रकबे का अनिवार्य रूप से योगदान करने की अपील की। इस अवसर पर कई किसानों द्वारा मशीन पर ही शेष रकबे का दान भी किया गया।

