रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। लंबे समय से चल रहे अटकलों को विराम देते हुए, मुख्यमंत्री ने तीन नए मंत्रियों को कैबिनेट में शामिल किया है, जिससे अब कैबिनेट में मंत्रियों की कुल संख्या 14 हो गई है। यह विस्तार “हरियाणा फॉर्मूले” के तहत किया गया है, जिसके चलते एक अतिरिक्त मंत्री पद बनाया गया है।
तीन नए मंत्रियों ने ली शपथ
आज सुबह राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में राज्यपाल ने तीन नए विधायकों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनमें दुर्ग से विधायक श्री गजेन्द्र यादव, आरंग से विधायक श्री गुरु खुशवंत साहेब, और अंबिकापुर से विधायक श्री राजेश अग्रवाल शामिल हैं। इस शपथ ग्रहण के बाद से ही सियासी गलियारों में यह चर्चा गर्म थी कि इन मंत्रियों को कौन से अहम विभाग मिलेंगे।
विभागों का हुआ बंटवारा
शाम होते-होते नए मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया, जिसने सबको हैरान कर दिया।
श्री गजेन्द्र यादव को स्कूल शिक्षा, ग्रामोद्योग, विधि एवं विधायी कार्य जैसे महत्वपूर्ण विभाग दिए गए हैं।
श्री गुरु खुशवंत साहेब को कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार, और अनुसूचित जाति विकास जैसे अहम विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सबसे चौंकाने वाला फैसला श्री राजेश अग्रवाल के विभाग को लेकर हुआ है। उन्हें पर्यटन, संस्कृति, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व जैसे विभाग दिए गए हैं, जो पहले से अनुमानित विभागों से बिल्कुल अलग थे।
इस विस्तार में कुछ पुराने मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल किया गया है। माना जा रहा है कि यह फेरबदल सरकार की नीतियों को और प्रभावी बनाने के लिए किया गया है। इस विस्तार के बाद, छत्तीसगढ़ की प्रशासनिक व्यवस्था में एक नई दिशा का संकेत दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ये नए मंत्री अपने विभागों में क्या कमाल दिखाते हैं।