खनिज के अवैध परिवहन पर बड़ी कार्रवाई, चार दिनों में 17 वाहन जब्त

रायगढ़। रायगढ़ जिले में खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन और भंडारण के खिलाफ प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी के निर्देश पर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में चलाए गए विशेष अभियान के तहत बीते चार दिनों में खनिज का अवैध परिवहन करते हुए कुल 17 वाहनों को जब्त किया गया है। यह कार्रवाई पुसौर, रायगढ़ और खरसिया क्षेत्र में की गई, जिससे अवैध खनन और परिवहन में संलिप्त तत्वों में हड़कंप मच गया है।

जिला खनिज अधिकारी ने कार्रवाई की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि प्रशासन द्वारा लगातार निगरानी रखते हुए चरणबद्ध तरीके से यह अभियान चलाया गया। 15 दिसंबर को जिले में रेत के अवैध परिवहन में संलिप्त 9 वाहनों को जब्त किया गया। इसके बाद 17 दिसंबर को पुसौर क्षेत्र में निम्न श्रेणी के चुना पत्थर का अवैध परिवहन करते हुए एक ट्रेलर को पकड़ा गया। वहीं 18 दिसंबर को फिर से रेत के अवैध परिवहन में लिप्त 7 वाहनों पर जप्ती की कार्रवाई की गई। इस प्रकार चार दिनों के भीतर कुल 17 वाहन प्रशासन की कार्रवाई की जद में आए।

जब्त किए गए सभी वाहनों को सुरक्षा की दृष्टि से अलग-अलग स्थानों पर रखा गया है। इनमें पुलिस थाना पुसौर, पुलिस थाना खरसिया और कलेक्टर कार्यालय परिसर शामिल हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जब्त वाहनों को नियमानुसार सुरक्षित रखा गया है और आगे की वैधानिक प्रक्रिया पूरी की जा रही है। अवैध खनिज परिवहन में संलिप्त वाहन मालिकों और संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की गई है। जिला खनिज अधिकारी के अनुसार इन मामलों में छत्तीसगढ़ गौण खनिज नियम 2015 के नियम 71 के तहत प्रकरण दर्ज किए गए हैं। साथ ही खान एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम 1957 की धारा 21 एवं 23(क) के अंतर्गत भी विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है।

इन धाराओं के तहत दोषियों पर जुर्माना, वाहन जब्ती और अन्य दंडात्मक प्रावधान लागू किए जा सकते हैं। इस कार्रवाई में जिला खनिज अमले की सक्रिय भूमिका रही। विशेष रूप से खनिज निरीक्षक सोमेश्वर सिन्हा सहित पूरी टीम ने लगातार क्षेत्रीय निगरानी, सूचना संकलन और त्वरित कार्रवाई कर अभियान को सफल बनाया। प्रशासन का मानना है कि खनिजों के अवैध उत्खनन और परिवहन से न केवल सरकारी राजस्व को भारी नुकसान होता है, बल्कि पर्यावरण को भी गंभीर क्षति पहुंचती है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिले में इस तरह की गतिविधियों पर पूरी सख्ती के साथ रोक लगाने का निर्णय लिया गया है।

कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिले में खनिजों के अवैध उत्खनन, परिवहन और भंडारण के खिलाफ आगे भी इसी तरह निरंतर कार्रवाई जारी रखी जाएगी। उन्होंने खनिज विभाग, राजस्व और पुलिस विभाग को आपसी समन्वय के साथ अभियान को और तेज करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही आम नागरिकों से भी अपील की गई है कि यदि कहीं अवैध खनन या परिवहन की जानकारी मिले तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई को जिले में अवैध खनन के खिलाफ एक बड़ा संदेश माना जा रहा है। लगातार हो रही छापेमारी और वाहन जब्ती से यह साफ हो गया है कि खनिज माफिया के लिए अब जिले में कोई जगह नहीं है। आगामी दिनों में भी इस तरह की कार्रवाइयों के जरिए अवैध गतिविधियों पर पूरी तरह अंकुश लगाने की तैयारी है।

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