बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित संजू त्रिपाठी हत्याकांड में सोमवार को एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया। मामले के मुख्य आरोपी और मृतक के सगे भाई कपिल त्रिपाठी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। लंबे समय से रायपुर सेंट्रल जेल में बंद कपिल को शीर्ष अदालत के आदेश के बाद रिहा कर दिया गया है।
यह मामला दिसंबर 2022 में बिलासपुर शहर को दहला देने वाली एक निर्मम हत्या से जुड़ा है। बिलासपुर के प्रतिष्ठित व्यवसायी और समाजसेवी संजू त्रिपाठी की अंधाधुंध गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात ने पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी थी। शुरुआती जांच में यह सामने आया था कि हत्या एक पारिवारिक विवाद और संपत्ति के झगड़े के कारण कराई गई थी।
पुलिस जांच में जो तथ्य सामने आए, उनके अनुसार कपिल त्रिपाठी ने कथित तौर पर यूपी के पेशेवर शूटरों को 10 लाख रुपये की सुपारी देकर हत्या की साजिश रची थी। हत्या के बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 21 आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई कुख्यात अपराधी भी शामिल थे।
मामले की जांच में यह भी पता चला था कि संजू त्रिपाठी की हत्या बेहद योजनाबद्ध तरीके से कराई गई थी। हमलावरों ने उनकी गाड़ी को रोककर उन पर लगातार गोलियां बरसाईं, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपी फरार हो गए थे, लेकिन पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और मोबाइल लोकेशन के आधार पर सभी को गिरफ्तार कर लिया था।कपिल त्रिपाठी को पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता बताया था। उनके खिलाफ हत्या, षड्यंत्र और अवैध हथियार रखने सहित कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। लंबे समय से वे रायपुर सेंट्रल जेल में न्यायिक अभिरक्षा में थे।
अब सुप्रीम कोर्ट ने कपिल त्रिपाठी को सशर्त जमानत देते हुए रिहा करने का आदेश जारी किया है। अदालत ने सुनवाई के दौरान कहा कि ट्रायल में समय लग सकता है और आरोपी लंबे समय से जेल में है, इसलिए उसे कुछ शर्तों के साथ राहत दी जा रही है।जमानत मिलने के बाद रायपुर जेल प्रशासन ने सोमवार को कपिल को रिहा कर दिया। वहीं, इस फैसले के बाद पीड़ित परिवार ने अपनी नाराजगी जताई है। मृतक संजू त्रिपाठी के परिजनों ने कहा है कि वे इस फैसले के खिलाफ रीव्यू या क्यूरेटिव याचिका दाखिल करने पर विचार कर रहे हैं।

