बिलासपुर रेल हादसे की CRS जांच में बड़ा अपडेट, रिपोर्ट आने में लग सकता है समय, पूछताछ के लिए सभी जिम्मेदारों को नोटिस

बिलासपुर। हाल ही में बिलासपुर में हुए दर्दनाक रेल हादसे को लेकर चल रही कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (CRS) की जांच से जुड़ा बड़ा अपडेट सामने आया है। मामले की जांच में शामिल सूत्रों के अनुसार, CRS रिपोर्ट आने में अभी कम से कम 15 दिन का समय लग सकता है। जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट की विस्तार से समीक्षा और क्रॉस एग्जामिनेशन की प्रक्रिया भी होगी, जिसके चलते अंतिम रिपोर्ट में और देरी संभव है।

गौरतलब है कि हादसे को लेकर रेलवे एवं सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ देशभर की निगाहें इस रिपोर्ट पर टिकी हुई हैं, क्योंकि इसी रिपोर्ट के आधार पर हादसे की वास्तविक वजह, जिम्मेदारी तय करने और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।

CRS जांच का दूसरा दिन, 5 सदस्यीय टीम सक्रिय

हादसे की गंभीरता को देखते हुए CRS ने इस मामले में उच्च स्तरीय जांच शुरू की है। 5 सदस्यीय विशेषज्ञ टीम वर्तमान में जांच कार्य में लगी हुई है। गुरुवार से प्रारंभ हुई यह जांच शनिवार तक चलने की संभावना है। टीम रेलवे अधिकारियों, तकनीकी कर्मचारियों, स्टेशन स्टाफ और अन्य संबंधित व्यक्तियों के बयान दर्ज कर रही है।सूत्रों के मुताबिक, अब तक 19 कर्मचारियों और अधिकारियों से पूछताछ की जा चुकी है, जिसमें लोको पायलट, स्टेशन मास्टर, सिग्नलिंग स्टाफ, ट्रैकमैन एवं अन्य विभागीय कर्मचारी शामिल हैं।

पूछताछ का उद्देश्य हादसे से पहले की परिस्थितियों, तकनीकी खामियों, सिग्नलिंग सिस्टम, संचार व्यवस्था और सुरक्षा प्रोटोकॉल की स्थिति को समझना है।CRS टीम ने स्पष्ट किया है कि जांच पूर्ण होने से पहले हादसे के कारणों पर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की जाएगी। जांच रिपोर्ट आने तक किसी भी नतीजे पर पहुँचने को टीम ने “असमय और अनुचित” बताया है।जांच से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि हादसे की असली वजह का खुलासा रिपोर्ट तैयार होने और उसके क्रॉस एग्जामिनेशन के बाद ही संभव होगा।

क्यों लग रहा है रिपोर्ट में समय?

रिपोर्ट में देरी के पीछे मुख्य कारण:

तकनीकी और संरचनात्मक परीक्षण

सिग्नलिंग और कम्युनिकेशन सिस्टम की जांच

संबंधित विभागों की रिपोर्ट का विश्लेषण

दुर्घटना स्थल की पुनः समीक्षा

रिपोर्ट के अंतिम रूप से पहले क्रॉस एग्जामिनेशन और वैलिडेशन

यह पूरी प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि रिपोर्ट तथ्यों, तकनीकी विश्लेषण और सत्यापित बयानों पर आधारित हो, ताकि कोई भी निर्णय न्यायसंगत और सटीक हो।बिलासपुर रेल हादसा न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि देशभर में चिंता का विषय बना हुआ है। इस रिपोर्ट से न केवल दोषियों की जिम्मेदारी तय होगी, बल्कि रेलवे सुरक्षा व्यवस्था में संभावित सुधारों का मार्ग भी प्रशस्त होगा। फिलहाल सभी की निगाहें CRS जांच की अंतिम रिपोर्ट पर टिकी हैं।

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