रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मौसम करवट लेने वाला है। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के असर से प्रदेश के कई हिस्सों में अगले पांच दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। बस्तर समेत दक्षिणी जिलों में फुहारें शुरू होने की संभावना है, जबकि रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में भी बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 26 अक्टूबर से पूरे प्रदेश में बारिश की गतिविधियां और बढ़ेंगी।
बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम, मौसम में बदलाव के संकेत:
मौसम विभाग ने बताया है कि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और दक्षिणी अंडमान सागर के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) सक्रिय हो गया है। इसके प्रभाव से मंगलवार तक दक्षिण-पूर्व और पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र (Low Pressure Area) बनने की संभावना जताई गई है। यह सिस्टम उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगा और अगले 24 घंटों में और अधिक स्पष्ट हो जाएगा।
इस सिस्टम के असर से दक्षिण छत्तीसगढ़ के बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर और सुकमा जिलों में अगले पांच दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं मध्य और उत्तरी छत्तीसगढ़ — यानी रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर और कोरबा जिलों में भी बूंदाबांदी के आसार हैं।
धान की फसलों पर असर का खतरा:
इस समय प्रदेश के कई हिस्सों में धान की कटाई का काम चल रहा है। ऐसे में अचानक आई बारिश किसानों के लिए चिंता का कारण बन सकती है। खेतों में कटाई के लिए तैयार खड़ी फसल या पहले से काटकर रखे गए धान के ढेर बारिश से भीग सकते हैं, जिससे अनाज की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है। कृषि विभाग ने किसानों को सावधानी बरतने और फसल को सुरक्षित स्थान पर रखने की सलाह दी है।
तापमान में हल्की वृद्धि, लेकिन लौटेगी ठंडक:
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को रायपुर का अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से क्रमशः 1.9 और 2.4 डिग्री अधिक रहा। अधिकतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी के कारण दिन में गर्मी का अहसास रहा, जबकि रात में उमस बनी रही।हवा की औसत गति 2 किलोमीटर प्रति घंटा रही, नमी का स्तर सुबह 76 प्रतिशत और शाम को 58 प्रतिशत दर्ज किया गया। हालांकि, जैसे-जैसे बारिश का असर बढ़ेगा, वैसे-वैसे तापमान में गिरावट आएगी और प्रदेश में हल्की ठंडक लौटने की उम्मीद है।
26 अक्टूबर से बढ़ेगी बारिश की गतिविधि:
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 26 अक्टूबर से पूरे प्रदेश में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बौछारें भी पड़ सकती हैं। इससे हवा में नमी बढ़ेगी और तापमान में गिरावट आएगी। रायपुर मौसम केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया कि यह सिस्टम धीरे-धीरे छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ेगा और अक्टूबर के अंतिम सप्ताह तक इसका असर बना रहेगा।

