रायपुर स्थित तक्षशिला स्मार्ट रीडिंग जोन सह लाइब्रेरी में लगे कंप्यूटर कई दिनों से बंद पड़े हैं, रोजाना आने वाले विद्यार्थियों के अध्ययन में रुकावटे आ रही है जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इस आधुनिक लाइब्रेरी की सदस्यता करीब 1,800 विद्यार्थियों ने ली है, जिनमें से रोज़ाना लगभग 600 छात्र अध्ययन के लिए यहाँ आते हैं।
तक्षशिला लाइब्रेरी में कुल 30 कंप्यूटर लगाए गए हैं, लेकिन इनका रखरखाव ठीक से न होने के कारण सभी सिस्टम पूरी तरह बंद हो चुके हैं। इससे खासतौर पर उन छात्रों को दिक्कत हो रही है जो ऑनलाइन क्लासेस और डिजिटल स्टडी मटेरियल पर निर्भर हैं।
करीब 8 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस लाइब्रेरी को नालंदा विश्वविद्यालय की तर्ज पर विकसित किया गया था। एक वर्ष के अंदर ही छात्रों को तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, लाइब्रेरी को 24 घंटे खुला रखने का दावा भी किया गया था। लेकिन छात्रों का कहना है कि 24 घंटे सेवा के नाम पर शुल्क लिया जाता है, जबकि लाइब्रेरी आधी रात के बाद बंद कर दी जाती है, जिससे विद्यार्थियों को अध्ययन करने में परेशानी होती हैं।
छात्रों को सिस्टम बंद होने की वजह से अब वैकल्पिक स्थानों की तलाश करनी पड़ रही है। छात्रों का कहना है कि वे लाइब्रेरी में न सिर्फ शांत वातावरण होने से पढ़ाई करने आते हैं, बल्कि ऑनलाइन लेक्चर और ई-लर्निंग के लिए भी कंप्यूटर का उपयोग करते हैं।
छात्रों ने लाइब्रेरी प्रबंधन से मांग की है कि कंप्यूटर सिस्टमों की तुरंत मरम्मत करवाई जाए, ताकि स्मार्ट लाइब्रेरी का वास्तविक उद्देश्य पूरा हो सके और विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो।

