ASI ने थाने में क्यों लगा ली फांसी ? डिप्रेशन या कहानी कुछ और है ?

बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में क़ानून के एक रखवाले ने ही मौत को गले लगा लिया। दल्लीराजहरा थाने में तैनात सहायक उप-निरीक्षक (ASI) हीरामन मंडावी ने पुलिस स्टाफ बैरक के अंदर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार को जब थाने के अन्य पुलिसकर्मियों ने बैरक में एएसआई हीरामन मंडावी को फंदे से लटका हुआ देखा तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने फ़ौरन उन्हें नीचे उतारा और बिना देर किए नज़दीकी अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया।

शुरुआती जांच में जो बात सामने आ रही है, वह यह कि एएसआई मंडावी पिछले कुछ समय से गहरे तनाव से जूझ रहे थे। हालांकि, उन्होंने इतना बड़ा क़दम क्यों उठाया इसका कोई अंदाज़ा नहीं है। पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या की वजह और भी उलझ गई है।

मामले की खबर मिलते ही बालोद पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और फ़ॉरेंसिक टीम ने बैरक की तलाशी लेकर सबूत इकट्ठा करना शुरू कर दिया है। पुलिस अब एएसआई मंडावी के साथ काम करने वाले सहकर्मियों और उनके परिवार वालों से पूछताछ कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि आखिर वो कौन-सी वजह थी जिसके चलते उन्होंने यह क़दम उठाया।

बालोद के पुलिस अधीक्षक (SP) ने इस दुखद घटना पर गहरा दुख जताया है और परिवार को सांत्वना दी है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि मामले की पूरी निष्पक्षता से जांच की जाएगी और हर पहलू को खंगाला जाएगा।

 

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